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Friday, August 31, 2018

August 31, 2018

बदल गया तेज ऐप का नाम, नए ऐप से पा सकेंगे बैंक लोन जानिए पुरी बात



Google की ओर से ‘Google for India 2018’ नाम से मंगलवार को नई दिल्ली में आयोजित इवेंट में Tez ऐप का नाम बदलने की घोषणा की गई। अब तेज ऐप का नाम Google pay कर दिया गया है। इस ऐप के माध्यम से अब लोन की भी सुविधा मुहैया कराई जाएगी। इसके लिए गूगल देश के प्रमुख बैंकों के साथ साझेदारी करेगा। 

तेज ऐप का नाम बदलने के अलावा गूगल ने इसके फीचर्स में कोई और बदलाव नहीं किया है। इस वजह से जब नाम बदलकर गूगल पे होगा, तब भी तेज यूजर्स को वही होम स्क्रीन, बिल पेमेंट लिंक और कॉन्टैक्ट्स आदि मिलेगा। गूगल ने इवेंट में घोषणा की कि गूगल पे इन-स्टोर और ऑनलाइन विकल्पों के माध्यम से ऑनलाइन पेमेंट को बढ़ावा देगा। 

सबसे खासबात यह है कि गूगल पे के माध्यम से यूजर्स देश के प्रमुख बैंकों से लोन के लिए भी अप्लाई कर पाएंगे। ऐप में आने वाले अपडेट के से प्री-अप्रूव्ड लोन के लिए अप्लाई किया जा सकेगा। इस सर्विस के लिए गूगल फेडरल बैंक, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और कोटक महिंद्रा समेत अन्य बैंकों के साथ साझेदारी करेगा। 

अभी 1.2 मिलियन यानी 12 लाख छोटे व्यवसायी तेज ऐप इस्तेमाल करते हैं। अब कंपनी दिवाली तक 1.5 लाख रिटेल स्टोर्स को पार्टनर बनाने की तैयारी में है। तेज अपग्रेड के बारे में बताते हुए Google इंडिया, प्रॉडक्ट मैनेजमेंट के वाइस प्रेसिडेंट सीजर सेनगुप्ता ने कहा कि भारत में ऐप बनाने का मतबल है कि गूगल दुनियाभर के यूजर्स के लिए ऐप का बनाएगा। सेनगुप्ता के इस बयान से अंदाजा लगाया जा रहा है कि गूगल पे वर्ल्डवाइड ऐप भारत के ऐप मॉडल पर आधारित होगा। 

बता दें कि फिलहाल 22 मिलियन यूजर्स इस ऐप का इस्तेमाल करते हैं। कंपनी का दावा है कि पिछले साल सितंबर में लॉन्चिंग के बाद से अभी तक 750 मिलियन ट्रांजैक्शन इस ऐप के माध्यम से किए गए हैं। 

इसके अलावा घोषणा की गई कि गूगल ऐंड्रॉयड गो में दो नए फीचर्स भी जोड़े गए हैं। इन फीचर्स से अब गो यूजर्स को दो भाषाओं में न्यूज फीड और ऑडियो प्लेबैक आर्टिकल्स चुनने की सुविधा मिलेगी। गूगल वायस असिस्टेंट अब अंग्रेजी और हिंदी के अलावा मराठी भी सपॉर्ट करेगा। गूगल के मैप्स गो ऐप के साथ टर्न-बाय-टर्न नेविगेशन फीचर जोड़ा गया है। गूगल मैप्स के इस वर्जन में अब पब्लिक ट्रांसपोर्ट के साथ भी वॉयस नेविगेशन फीचर काम करेगा। 

Saturday, August 25, 2018

August 25, 2018

PGVCL Recruitment for 104 Vidyut Sahayak (Junior Assistant) Posts 2018

PGVCL Recruitment for 104 Vidyut Sahayak (Junior Assistant) Posts 2018

Paschim Gujarat Vij Company Ltd. (PGVCL) Recruitment for 104 Vidyut Sahayak (Junior Assistant) Posts 2018
Total Posts: 104 Posts
Posts Name: Vidyut Sahayak (Junior Assistant)
Educational Qualification: Full time graduate qualification in regular mode from recognized University duly approved by UGC/AICTE in any discipline. There is no minimum percentage requirement.
August 25, 2018

GSRTC Conductor Result Declared 2018

GSRTC Conductor Result Declared 2018

GSRTC Result 2018: The Gujarat State Road Transport Corporation has successfully completed the competitive examination for Conductor & Driver posts. Numerous candidates have appeared for the exam and all of them were waiting for their GSRTC Conductor Result 2018 very desperately that has now been ended up. Looking at the excitement of every individual, department has now rolled out its highly awaited GSRTC Driver 2018 Result via official website i.e. gsrtc.in. Hence, candidates are humbly advised to keep an eye at it to get all the latest updates related to the GSRTC Conductor 2018 Result. Additionally, we are also showcasing all the necessary points related to it via this dedicated portal.
August 25, 2018

Police Constable Exam Date Declare 2018


Police Constable Exam Date Declare :-


tarikh 15/08/2018 thi bharai rahel police constable na form bharvani last date 07/09/2018 se.

Wednesday, August 22, 2018

August 22, 2018

Xiaomi ने भारतीय बाजार में उतारा Poco F1, जानें इसकी कीमत और स्पेसिफिकेशन



चाइनीज स्मार्टफोन मेकर Xiaomi ने भारतीय बाजार में Poco सीरीज का फोन Poco F1 लांच किया है. इस स्मार्टफोन में Qualcomm's flagship के स्नैपड्रैगन 845 प्रोसेसर का इस्तेमाल किया गया है. इसके अलावा LiquidCool (लिक्विट कूल) टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल हुआ है. इस टेक्नोलॉजी की वजह से लंबे समय तक फोन के इस्तेमाल करने के बावजूद यह गर्म नहीं होगा. Xiaomi Poco F1 तीन कलर- ग्रेफाइट ब्लैक, स्टील ब्लू और रोसो रेड, में उपलब्ध है. इस फोन का स्पेशल एडिशन भी लांच किया गया है. स्पेशल एडिशन में केवलर अरामिड फाइबर का इस्तेमाल किया गया है. यह स्क्रैच को रोकने के लिए है. इसकी वजह से फोन पर किसी तरह की स्क्रैच नहीं आएगी. केवलर अरामिड फाइबर में बुलेटप्रूफ लाइफ जैकेट मैटेरियल का इस्तेमाल किया गया है.
August 22, 2018

उत्तर प्रदेश पुलिस ने लांच किया UPCOP मोबाइल एप, घर बैठे दर्ज होगी FIR


उत्तर प्रदेश पुलिस ने जनता की सेवा में एक मोबाइल एप लांच किया है जिसकी मदद से आप घर बैठे शिकायत या एफआईआर दर्ज करा सकते हैं। इस एंड्रॉयड मोबाइल एप का नाम UPCOP है जिसे आप गूगल के प्ले-स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं। इस एप के जरिए पुलिस का मकसद लोगों के एफआईआर के लिए लोगों के समय को बचाना है।

Wednesday, August 15, 2018

August 15, 2018

भारत में पहली बार, कैसे कब आईं ये 10 चीजें जिन्होंने बदल दी भारतवासियों की जिंदगी


अपने देश को आजाद हुए 71 साल पूरे होने जा रहे हैं। भारत ने करीब हजार साल तक गुलामी झेली है और भारत इस दुनिया का ऐसा देश है जिसने कभी दूसरे पर पहले हमला नहीं किया। हजार सालों तक गुलामी झेलने के बाद अकसर यही कहा जाने लगा कि भारत कभी तरक्की नहीं कर सकता या यूं कहें कि भारत को हमेशा से ही बाकी देशों से कमजोर माना जाने लगा। लेकिन भारत ने अकेल अपने दम पर ऐसी उपलब्धियां हासिल कीं, जो शायद ही कोई हासिल कर पाया हो।

भारत के मुकाबले दुनिया में टेक्नोलॉजी ज्यादा तेजी से आई और तेजी से बढ़ी, लेकिन फिर भी भारत ने खुदको काबिल बनाने के लिए दुनिया के बाकी देशों से मदद मांगने की बजाय अपनी मेहनत पर भरोसा दिखाया। 72वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आज हम आपको कुछ ऐसे ही बातों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो भारत ने अपने बलबूते हासिल की।



1. 1953 में आया था पहला कंप्यूटर :पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में स्थित भारतीय सांख्यिकी संस्थान में भारत का पहला कंप्यूटर बनाया गया जो एक छोटी एनालॉग डिवाइस थी। इसका इस्तेमाल लिनियर इक्वेशन को सॉल्व करने के लिए किया जाता था। बाद में 1954-55 में भारत ने ब्रिटेन से 10 लाख रुपए में HEC-2M को खरीदा और इसे ही भारत का पहला कंप्यूटर माना जाता है। इस कंप्यूटर की लंबाई 10 फीट, चौड़ाई 7 फीट और ऊंचाई 6 फीच थी। इसमें कीबोर्ड, मॉनिटर, प्रोसेसर नहीं था और इसकी मेमोरी भी सिर्फ 3 केबी ही थी।

हालांकि, मुंबई के टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च (TIFR) में भारत का पहला कंप्यूटर बनाया गया था। इस कंप्यूटर पर 1955 से काम शुरू हुआ था और 1960 में ये बनकर तैयार हुआ था। भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने इस कंप्यूटर का नाम 'टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च ऑटोमैटिक केलकुलेटर (TIFRAC)' रखा। TIFRAC भारत का पहला कंप्यूटर था, जिसे भारत में ही बनाया गया था।


2. अमेरिका के मना करने के बाद बना पहला सुपर कंप्यूटर : कहा जाता है कि भारत ने अमेरिका से सुपर कंप्यूटर लेना चाहता था लेकिन अमेरिका ने भारत को इससे मना कर दिया। जिसके बाद डॉक्टर विजय भाटकर ने स्वदेशी तकनीक की मदद से 1 जुलाई 1991 को पहला सुपर कंप्यूटर 'परम 8000' लॉन्च किया। इसके बाद 1998 में दूसरा सुपर कंप्यूटर 'परम 10000' लॉन्च किया गया।



3. जब पहली बार हुई फोन पर बात : बात 31 जुलाई 1995 की है जब भारत में पहली बार मोबाइल पर बात की गई। मोदी टेल्स्ट्रा भारत में मोबाइल सर्विस देने वाली पहली कंपनी थी, जिसने अपनी सर्विस का नाम 'मोबाइल नेट' रखा था। पहली बार मोबाइल फोन पर पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ज्योति बसु और उस समय के केंद्रीय दूरसंचार मंत्री सुखराम के बीच बात हुई थी। इस कॉल को करने के लिए नोकिया 2110 का इस्तेमाल किया था। ये कॉल कोलकाता राइटर्स बिल्डिंग से दिल्ली के संचार भवन के बीच की गई थी।



4. 2009 में आया था पहला एंड्रॉयड स्मार्टफोन : ताईवानी कंपनी HTC ने 2008 में अमेरिका में दुनिया का पहला एंड्रॉयड स्मार्टफोन HTC T-Mobile G1 लॉन्च किया था। इसी फोन को HTC Dream के नाम से जून 2009 में भारत में लॉन्च किया गया। ये भारत का पहला ऐसा स्मार्टफोन था, जो गूगल के एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम पर काम करता था।



5. 42 साल पहले लॉन्च हुई थी पहली सैटेलाइट :भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र (इसरो) ने 19 अप्रैल 1975 को भारत की पहली सैटेलाइट 'आर्यभट्ट' को अंतरिक्ष में छोड़ा था। इसका वजन 358 किलोग्राम था, जिसे रूसी रॉकेट के मदद से भेजा गया था। भारत की पहली सैटेलाइट लॉन्च करने के पीछे इसरो के पूर्व अध्यक्ष स्वर्गीय प्रोफेसर यूआर राव का दिमाग था और इन्हें सैटेलाइट क्रांति का जनक कहा जाता है। आर्यभट्ट के बाद जो दूसरी सैटेलाइट छोड़ी गई थी, उसका नाम 'भास्कर-1' था जिसका वजन 444 किलोग्राम था।



6. एटीएम के आविष्कारक का जन्म भारत में ही हुआ था :एटीएम को ऑटोमैटेड टेलर मशीन कहा जाता है और इसका अविष्कार जॉन शैफर्ड बैरोन ने किया था। जॉन का जन्म भारत के मेघालय राज्य में ही हुआ था। दुनिया में पहला एटीएम 27 जून 1967 को उत्तरी लंदन के इनफिल्ड में लगा था। वहीं भारत में पहला एटीएम सिटी बैंक और एचएसबीसी बैंक ने मुंबई में अपनी ब्रांच के पास सितंबर 1987 में लगाया था। जून 2016 तक के आंकड़ों के मुताबिक, भारत में 2 लाख 15 हजार 39 एटीएम थे।



7. आजाद भारत की पहली गाड़ी :आजादी से पहले तक भारत में अमेरिका, ब्रिटेन और जर्मनी जैसे देशों से कारों को इंपोर्ट किया जाता था। लेकिन आजाद भारत में पहली बार 1949 में हिंदुस्तान मोटर्स ने अपनी पहली कार लॉन्च की। हिंदुस्तान मोटर्स की स्थापना 1942 में बी.एम. बिड़ला ने की थी, लेकिन पहली कार 'हिंदुस्तान 10' का प्रोडक्शन 1949 तक शुरू नहीं हो पाया। हिंदुस्‍तान 10 मॉडल को ब्रि‍टि‍श मोरि‍स 10 के आधार पर बनाया गया था। इसके बाद साल 1950 में हिंदुस्‍तान मोटर ने मोरिस मि‍नर के आधार पर बेबी हिंदुस्‍तानऔर हिंदुस्‍तान 12 को मोरि‍स 14 के आधार पर पेश कि‍या।



8. भारत की सबसे पहली बाइक :भारत में चलने वाली सबसे पहली मोटरसाइकल 350सीसी की पावरफुल बाइक रॉयल एनफील्ड बुलेट थी। जिसे इंग्लैंड से इम्पोर्ट कर मद्रास में असेंबल किया जाता था। लेकिन आजाद भारत में पहली बार 250 सीसी की टू-स्ट्रोक रेसिंग मोटरसाइकल 'जावा मोटरसाइकल' चलाई गई। ये बाइक पूरी तरह से भारत में ही तैयार की गई थी। 1960 में मैसूर शहर में फारूक ईरानी ने चेकोस्लोवाकिया की कंपनी जावा मोटर्स से लाइसेंस लेकर भारत में 'आइडियल जावा (इंडिया) लिमिटेड' की स्थापना की थी। इसके बाद सन् 1970 से 1990 तक पूरे 30 सालों तक इस बाइक का रेंसिंग मोटरसाइकलों में कोई मुकाबला नहीं था।



9. मुंबई से दिल्ली उड़ा था पहला प्लेन : भारत में एयरोप्लने लाने में जेआरडी टाटा का सबसे बड़ा योगदान रहा। 1929 में भारत के पहले लाइसेंस प्राप्त पायलट बने। इसके बाद 1932 में टाटा एविएशन नाम से 2 लाख रुपए की लागत से विमान कंपनी शुरू की। उन्होंने 1937 में पहली बार मुंबई से दिल्ली के बीच यात्री उड़ान भरी। 1946 में इस कंपनी के शेयर बेचने के साथ ही उसका नाम एयर इंडिया लिमिटेड रख दिया गया। एयर इंडिया और टाटा एक दूसरे के पर्याय है। देश के आजाद होने के बाद उनकी कंपनी ने इंटरनेशनल फ्लाइट्स की सेवा भी देने शुरू कर दिया। गणतंत्र बनने के अगले ही साल सन् 1953 में एयर इंडिया समेत नौ और विमान कंपनियों का नेशनलाइज्ड कर दिया जिसका अध्यक्ष जेआरडी टाटा को बना दिया गया। जिसके बाद 1972 तक उन्होंने अध्यक्ष पद संभाला।



10. कोलकाता थी पहली मेट्रो सिटी :अंग्रेजों के जमाने में कोलकाता भारत की राजधानी हुआ करती थी और सबसे ज्यादा विकास भी यहीं पर हुआ। आजादी के बाद भारत में पहली बार मेट्रो ट्रेन की शुरुआत भी कोलकाता में ही हुई। 1984 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने कोलकाता मेट्रो का उद्घाटन किया। पहली मेट्रो ट्रेन 12 स्टेशन को कवर करती थी, जिसमें से 6 अंडरग्राउंड थे।

Saturday, August 11, 2018

August 11, 2018

वॉट्सऐप लाया ग्रुप ऑडियो-वीडियो कॉलिंग फीचर, जानिए इस्तेमाल करने का तरीका.


वॉट्सऐप आखिरकार ग्रुप ऑडियो-वीडियो कॉलिंग फीचर लेकर आ गया है. मंगलवार यानी 31 जुलाई से ये फीचर दुनिया भर के एंड्राएड और आईओएस यूजर्स के लिए लाइव हो गया है.
August 11, 2018

खुशखबरी! ट्रैफिक पुलिस को नहीं दिखाने होंगे DL, RC और दूसरे कागजात, मोबाइल का ऐप ही होगा काफी



अक्सर ड्राइविंग करने से पहले या करने के दौरान ड्राइविंग लाइसेंस और गाड़ी की आरसी सहित दूसरी चीजें रखने की एक चिंता सताती थी. लेकिन अब नई व्यवस्था के तहत आपको इसकी ओरिजनल कॉपी दिखाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. इसके लिए मोबाइल में मौजूद दस्तावेजों की ई-कॉपी ही काफी रहेगी. केंद्र ने राज्यों से कहा है कि वे इलेक्ट्रानिक रूप में डिजिलॉकर या एमपरिवहन प्लेटफॉर्म के जरिए पेश ड्राइविंग लाइसेंस, पंजीकरण प्रमाण-पत्र (आरसी) या अन्य दस्तावेज स्वीकार करें. इसके अलावा राज्यों से कहा गया है कि जब्त दस्तवेज ई-चालान प्रणाली के जरिए इलेक्ट्रॉनिक रूप में दिखाए जाने चाहिए.
August 11, 2018

आधार कार्ड का कहां हुआ है इस्तेमाल, इस तरह लगाएं पता



आधार कार्ड आज भारत में 90 फीसद लोगों के पास है और इसका इस्तेमाल विभिन्न सरकारी या गैर-सरकारी कामों के लिए करते हैं। मोबाइल के सिम लेने से लेकर बैंक अकाउंट खोलने तक में इसका इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में आधार कार्ड की जानकारी का गलत इस्तेमाल होने का भी खतरा बरकार रहता है। हाल ही में ट्राई (भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण) के चेयरमैन आरएस शर्मा ने अपने 12 अंकों वाले आधार नंबर को सोशल मीडिया पर ट्विट किया था, इसके बाद जो हुआ वह किसी से छिपा नहीं है।

ऐसे में आपको यह पता होना चाहिए कि आपके आधार कार्ड का कहां-कहां इस्तेमाल हुआ है। आधार कार्ड का इस्तेमाल आपने ही किया है या किसी अन्य व्यक्ति ने आपके आधार नंबर का गलत इस्तेमाल तो नहीं कर लिया। आपको आज हम बताने जा रहे हैं कि आपके आधार कार्ड का इस्तेमाल कहां हुआ हुआ है और इसका पता कैसे लगाएं। साथ ही, हम आज आपको यह भी बताने जा रहे हैं कि अगर, किसी ने आपके आधार का गलत इस्तेमाल किया है तो अपने बायोमैट्रिक जानकारी को ब्लॉक या अनब्लॉक कैसे करें।

स्टेप- 1: आधार कार्ड का इस्तेमाल कहां हुआ है इसका पता लगाने के लिए आपको यूआईडीएआई (UIDAI) के आधिकारिक वेबसाइट uidai.gov.in पर जाना होगा।

स्टेप- 2: यहां पर आपको आधार सर्विस टैब पर क्लिक करना होगा।

स्टेप- 3: इस टैब पर क्लिक करते ही आपको आधार ऑथेंटिकेशन हिस्ट्री दिखाई देगा।

स्टेप- 4: आपको यहां 12 अंकों का आधार नंबर दर्ज करना होगा और जनरेट ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) के साथ सिक्योरिटी कोड या कैप्चा दर्ज करना होगा।

स्टेप- 5: यहां आपको ऑथेंटिकेशन हिस्ट्री के लिए कई ऑप्शन्स जैसे कि बॉयोमैट्रिक्स, डेमोग्राफिक्स, ओटीपी, डेमोग्राफिक और बॉयोमैट्रिक, बॉयोमैट्रिक और ओटीपी एवं डेमोग्राफिक और ओटीपी मिलेंगे। इनमें से किसी एक ऑप्शन को चुनें। यदि आप सभी जानकारी का पता लगाना चाहते हैं तो सभी को सिलेक्ट कर लें।

स्टेप- 6: इसके बाद आपके डेट रेंज यानी कि आपको कब से कब तक की जानकारी चाहते हैं वह सिलेक्ट करें या चुनें।

स्टेप- 7: यहां अपने रजिस्टर्ड नंबर पर आए हुए ओटीपी को दर्ज करें और सबमिट बटन पर क्लिक कर दें।

स्टेप- 8: इसके बाद आपको आधार कार्ड का इस्तेमाल कहां हुआ है, इसकी जानकारी मिल जाएगी।

आधार कार्ड की बॉयोमैट्रिक जानकारी लॉक या अनलॉक करने के लिए इन स्टेप्स को फॉलो करें।

स्टेप- 1: आधार कार्ड की बॉयोमैट्रिक जानकारी का पता लगाने के लिए इस लिंक resident.uidai.gov.in/biometric-lock पर जाएं।

स्टेप- 2: आपको यहां 12 अंकों का आधार नंबर दर्ज करना होगा और जनरेट ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) के साथ सिक्योरिटी कोड या कैप्चा दर्ज करना होगा।

स्टेप- 3: यहां अपने रजिस्टर्ड नंबर पर आए हुए ओटीपी को दर्ज करें और अपने आधार कार्ड को लॉक कर दें। अगर आपका आधार कार्ड पहले से ही लॉक है तो यहां आप इसे अनलॉक भी कर सकते हैं।
August 11, 2018

JioPhone 2 की कीमत से और बुकिंग तक की सारी जानकारी देखिए



JioPhone 2 की बिक्री 15 अगस्त से शुरू हो रही है। यह जियफोन का अपग्रेड वर्जन है। यहां जानना जरूरी है कि जियोफोन के 2.5 करोड़ यूनिट्स अब तक बिक चुके हैं। हम आपको JioPhone 2 से जुड़ी हर बड़ी-छोटी बातों के बारे में बताने जा रहे हैं।